Friday, 18 May 2018

सच माना न माना विंकी -2 पछ्याँण कुछ हौरी छैई SAURABH PAHADI BHULA


सच माना न माना विंकी -2 पछ्याँण कुछ हौरी छैई
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सच माना न माना विंकी -2 पछ्याँण कुछ हौरी छैई सच माना न माना विंकी -2 पछ्याँण कुछ हौरी छैई 

बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी -2 छैइ 
इनी भी नि छै व उनी भी नि छै जन तुम सोचणा तनी -2 छै नि भी 
सच पूछा ता कनी भी नि छै क्या बताण कुछ हौरी छैइ बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी छैइ 

लाखू कि भीड़ मा देखि छै, भीड़ मा छै पर एकी -2 छै 
बणिगे त बणिगे बिधातन अब नि बणाण कुछ हौरी छैइ 
सच माना न माना विंकी पछ्याँण कुछ हौरी छैइ 
चाल ढाल अन्वार कु नि, जिकर रूप श्रींगार कु -2 नि 
झणि क्या बात उं आंख्युं मा पाण कुछ हौरी छैइ 
बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी छैइ 
देख्ल्या ता देख्दै रैजैल्या सोच्ल्या ता सोच्दै -2 रैजैल्या 
कलम कंठ रुक गेनी गुण क्या गांण कुछ हौरी छैइ 
सच माना न माना विंकी पछ्याँण कुछ हौरी छैइ 
बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी छैइ 
सच माना न माना विंकी पछ्याँण कुछ हौरी छैइ

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